
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता मनमोहन समल एक बार फिर ओडिशा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पद की कमान संभालने को तैयार हैं। सोमवार को प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने वाले वे एकमात्र उम्मीदवार रहे, जिससे उनके निर्विरोध चुने जाने की संभावना प्रबल हो गई है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, समल ने भाजपा प्रदेश कार्यालय में चुनाव अधिकारी प्रताप चंद्र सारंगी की उपस्थिति में अपना नामांकन दाखिल किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, केंद्रीय पर्यवेक्षक संजय जयसवाल और कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
ओडिशा की राजनीति में अनुभवी चेहरा माने जाने वाले समल को पार्टी के भीतर मजबूत समर्थन प्राप्त है। समय सीमा के भीतर किसी अन्य नेता द्वारा नामांकन दाखिल न करने से यह स्पष्ट संकेत मिलता है कि पार्टी में उनके नेतृत्व को लेकर आम सहमति है।
पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि अगर कोई आपत्ति नहीं आती है, तो उन्हें औपचारिक रूप से निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया जाएगा। उनके वर्तमान कार्यकाल को भाजपा के राज्य में विस्तार और सांगठनिक मजबूती के लिए सराहा गया है।
यह समल का तीसरा कार्यकाल होगा। वे इससे पहले 1999 से 2004 तक प्रदेश अध्यक्ष रहे थे और मार्च 2023 में फिर से इस पद पर नियुक्त किए गए थे।
मनमोहन समल को 2024 के ओडिशा विधानसभा चुनाव में भाजपा की ऐतिहासिक जीत का श्रेय दिया जाता है, जिसके चलते पार्टी ने पहली बार राज्य में अपनी पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई और बीजेडी के 24 वर्षों के शासन का अंत किया। हालांकि, समल खुद भद्रक ज़िले के चांदबली विधानसभा क्षेत्र से चुनाव हार गए थे।
फिर भी, पार्टी संगठन में उनके नेतृत्व और रणनीतिक कौशल को सराहना मिल रही है, और उनका तीसरी बार अध्यक्ष बनना भाजपा में स्थिर नेतृत्व और सामूहिक एकजुटता का प्रतीक माना जा रहा है।